पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह ने 39 कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रियों के पहले दल को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया
मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में पांच वर्ष के बाद कैलाश मानसरोवर यात्री फिर शुरू हुई
पुनीत संदेश/संदीप सिंह चौहान
लखनऊ। 15 जून, 2025।
पांच वर्षों के बाद एक बार फिर कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रा के पहले दल को जिसमें 39 तीर्थ यात्री शामिल थे, को हरी झंडी दिखा कर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर ंिसह ने कैलाश मानसरोवर के लिए रवाना किया।
इस अवसर पर सांसद अतुल गर्ग, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, आचार्य प्रमोद कृष्णम, प्रमुख सचिव धर्मार्थ कार्य एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, जिलाधिकारी दीपक मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बस को हरी झंडी दिखाकर तीर्थयात्रियों को विदा किया। उपस्थित यात्रियों और जनप्रतिनिधियों ने उत्साह के साथ हर हर महादेव का जयघोष किया।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन संस्कृति को पुनर्स्थापित करने की दिशा में ऐतिहासिक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इसे गौरव का क्षण बताते हुए कहा कि पांच साल बाद प्रदेश से कैलाश यात्रियों को भेजा जा रहा है। यह योगी सरकार की धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन देने की प्रतिबद्धता केा दौहराता है। सांसद अतुल गर्ग ने यात्रियों को मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दीं, जबकि कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी विधानसभा में स्थित कैलाश भवन से यात्रा की शुरुआत होना गौरव की बात है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मोदी-योगी युग में सनातनियों में नवचेतना का संचार हुआ है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, निदेशक धर्मार्थ कार्य संजय सिंह, उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम की एमडी सुश्री सान्या छाबड़ा, श्री काशी धाम मंदिर न्यास के सीईओ विश्व भूषण मिश्र सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।
मंदिर न्यास के सीईओ एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि सभी यात्रियों को लौटने पर एक विशेष रुद्राक्ष माला और सुगम दर्शन के लिए क्यूआर कोड युक्त कार्ड भेंट किया जाएगा। यह कार्ड एक वर्ष तक वैध रहेगा और इसके जरिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन हेतु तीर्थयात्रियों व उनके चार परिजनों को प्राथमिकता मिलेगी। हालांकि, विशेष पर्वों जैसे महाशिवरात्रि, सावन सोमवार, रंगभरी एकादशी आदि पर यह सुविधा मान्य नहीं होगी। यह योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सनातन उत्थान और श्रद्धालु सुविधा के उद्देश्य से प्रेरित है, जिससे अन्य राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। इस घोषणा से तीर्थयात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।
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उ0प्र0 राज्य संग्रहालय में साँचों की जुबानी, सिक्कों की कहानी विषयक कार्यशाला का आयोजन
पुनीत संदेश/अंकित राठौड़
लखनऊ। 15 जून, 2025।
राज्य संग्रहालय, लखनऊ, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा खुशियों की पाठशाला कार्यक्रम के अंतर्गत कल दिनांक 14 जून 2025 को ष्साँचों की जुबानी,सिक्कों की कहानीश्श् विषयक कार्यशाला/कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 4 वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक के 80 बच्चों ने प्रतिभागिता की। कार्यशाला में बच्चों को साँचे तैयार करने एवं इन साँचों के माध्यम से सिक्के ढालने की विधियों से परिचित कराया गया। बच्चों ने तैयार साँचों के माध्यम से प्लास्टर ऑफ पेरिस के पंच मार्क, इंडो ग्रीक, कुषाण, गुप्त, सल्तनत, सूरी, मुग़ल एवं ब्रिटिश कालीन सिक्कों के साथ-साथ वर्तमान समय में प्रचलित सिक्कों को ढाल कर उन्हें गोल्ड, कॉपर एवं सिल्वर रंग प्रदान किये। कार्यक्रम में आर्यश्री शिक्षा समिति के साथ अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया। बच्चों द्वारा पूर्ण मनोयोग से सिक्कों को ढालने का कार्य किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को संग्रहालय में संरक्षित कलाकृतियों के प्रति जागरूक करना, उनसे परिचित कराना एवं उनमें सौंदर्य बोध एवं बौद्धिक क्षमता का विकास करने के साथ ही खेल खेल में उनकी प्रतिभा को निखारना है। समस्त प्रतिभागियों को डॉव सृष्टि धवन निदेशक राज्य संग्रहालय, लखनऊ द्वारा प्रमाण पत्र वितरित कर उत्साहवर्धन किया गया। इससे पूर्व बच्चों को संग्रहालय का भ्रमण करा कर प्रदर्शित कलाकृतियों के माध्यम से कला एवं संस्कृति के विविध पक्षों की जानकारी भी प्रदान की गयी। सिक्कों पर आधारित इस कार्यक्रम की रूपरेखा एवं परिकल्पना राज्य संग्रहालय के मुद्राशास्त्र अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह एवं प्रदर्शक व्याख्याता धनंजय कुमार राय द्वारा तैयार की गई थी । इस अवसर पर सुश्री अलशाज फ़ात्मी, डॉ. मीनाक्षी खेमका, सुश्री प्रीति साहनी, श्रीमती शशिकला राय, प्रमोद कुमार सिंह, राहुल सैनी, अरुण कुमार मिश्रा, अनुराग द्विवेदी, श्रीमती पूनम आदि की अहम भूमिका रही। इस अवसर पर आर्य फाउंडेशन के सदस्य तथा अन्य आमंत्रित अतिथिगण उपस्थित रहे।
Created On: June 16, 2025